होली गीत
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आई रैछौ रंग रंगीलो होली क त्यारा
डाइ- बोटो में ऐइ गे बसंती बहारा ।।
ओ--
बागों में खिली चंपा चमेली
कै बुरांश त कै फूली प्योंली,
ब्योली जसी धरती छाजी
पौनै फुहारा--
डाइ-बोटो में ऐइ गे बसंत बहारा।।
ओ---
फूली सरसों य फूलीगे दैंणा
ऐगो रसीलो फागुन म्हैंणा,
परदेसी सब घर ऐ गयी
देबि है गे दैणा---
डाइ बोटो में ऐइ गे बसंती बहारा
आई रैछौ रंग रंगीलो होली क त्यारा।।
ओ---
भांगै खट्टै आलू का गुटूका
गूडक कटकी चहा क घूटूका
आओ! झूमि ल्हियो गीत सुणूंनू---
गुलाबी शरारा ...
डा इ-बोटो में ऐइ गे बसंती बहारा।।
कैलाश सिंह चिलवाल
बनौङा सोमेश्वर अल्मोड़ा
( वर्तमान- लखनऊ से)
11/3/2024
साभार:- फोटो न्यूज 18.
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ब्योली- दुल्हन
पौनै- पवन की
देबि- देवी मां
दैणा- आशिर्वाद
भांगै खट्टै- भांग की चटनी
गूडक कटकी- गुड़ के साथ चाय
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