राजनीति कच्यार मे मथोंवा मथोंव
तुमी मालिक छा मे तुमर सेवक छु
तुमी स्वामी छा मे पोहरदार छु
निर्झरक्या आवों पोलिंग बूथ मे
चुनाव चिन्ह के ध्यान ल देखि बैर बटन दबाओ
क्ये त्यर क्ये म्यर
य पोलिंग बूथ मे बार घण्टक म्यर ड्यर
तु मुहर बटन दबै बै धर जा बक्स मे
नेता सोचे रई हम तुके टरके द् यूल सस्त मे
हमर जीती बाद दगाड़ झन लागिये
तुके भबरे द् यूल रस्त मे
आब हमार पॉच साल कट जाल मस्ती मे
किलेकी
कर्मण्येवाधिकारस्ते मॉ फलेषु कदा चने
यसिकै आपुण किमती बोट दिने रैजै
य बोट दियक तुके पुण्य मिलल
और हमुके जितियक बाद धन पॉवर कुर्सी मिलल
ले पे एक आद पवू पी बैर घर न्है जा
आघिल चुनाव है पैली
ना हम दैखियूल
ना तु दैखिये
कविता- देवेन्द्र सती
पपनैपुरी पाखुडा