-----*जय माता दी*-----
ओ मय्या जी ओ जय मय्या जी
जय माता दी जय जय माता दी
हरिये मय्या तू सबूकि बिपति
१-ओ ऊँचा पहाडों मे बैठी रै छ माई
क्वैं तिहूँ मन्सा कूछों क्वै झूलेवाई
२-ओ बैठी छ धुर डानोंमे मय्या सुणिये पुकारा
हाथ जोड़ी भक्त आया तेरो दरबारा
३-ओ दूर बटी भक्त आया सुणिये पुकारा
हाथ जोडी करु बिनती मैय्या तेरों दरबारा
४-ओ झूलेवाई मय्या मेरि दूनागिरी मय्या
हरिये विपत्ति सबूक ओ हाटकाली मय्या
जय माता दी
देव सती
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