शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024

अमॉ के समर्पित

प्रणाम सबों कै

आज म्यर अमॉ क पुण्यतिथि छ।
अमॉ क याद में एक श्रद्धान्जली स्वरुप एक कविता उनुकें समर्पित करनूँ----

"अमाँ" अमाँ त्यरि याद भौतें ए ।

य झुट ना सॉचि छु कई बार रुलैं।

आई ले त्यरी सुरत आखों मे ऐ जे।

ओ अमॉ त्यरि भोते याद ए।

हर लम्ह मिकें भलि भा याद छु।

त्यर लाड़ दुलार क हर लम्हक स्वाद छु।

तुम किलैं गछा हमूकें छोड बैर।

अमॉ त्यर नी हूणक मलाल छु।

पर मिकें पत्त छु यई कई छा तुम ।

हमारे दिल में रुछा।

यादो में मिलछा।

और आपुण आशीष दिछा अमॉ।

त्वली हम सबुकें संभालो
बचपन बै पालों।

कभै  लोरी ले सुनाई ।

त्यरि  डाट कभी रुलें छी।

तो ममता बहुत हँसें छी।

आज में नाराज नि छु।

जो कभै नि छी  उ आज छु।

अकल बतुणि क्वें न्हा।

त्यर दुलार याद आ।

होई में भाग्यसाली छु
जो त्यर प्रेम पा।

त्यर  लाड़ पा

तिहूँ वैद करनू।

त्यर सीख कै अपनूल।

संस्कार त्यर , सपन म्यार हो।

अमॉ त्यरि पुण्यतिथि पर ।
तुकैं सादर नमन् छु।।

अमॉ कै सादर समर्पित

कविता-- देवेन्द्र सती
पपनैपुरी (पाखुडा)

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