शुक्रवार, 21 दिसंबर 2018

जय देवभूमि

कतुक रंगिल छ यो छबिलों पहाड़

दय्प्तोंक पुण्य भूमि पितरोंक थात

हरज्यूक हरकी पैडि कनखली हरिद्वार

झॉकर मे सैम देवा बद्री केदारा

घर घरो मे पूजि जनि गोल्ज्यू गंगनाथा

चम्म चमकू हिमाल छलकनी गध्यारा

बजाडी़ धुराक ठण्ड पाणि नौला धारा पन्यारा

ऊँचा निचा डानू मे ट्याडा म्याडा़ बाटा

कवि मुनि रुनी और विद्वान्

उत्तराखण्ड भूमि छ भौते महान

शुभप्रभात

देवेन्द्र सती
७४०९३४९६१८

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