मंगलवार, 28 मार्च 2023

बिजनेस

एक समय की बात है , एक गाँव में एक
आदमी आया और उसने गाँव वालों से
कहा कि वो बन्दर खरीदने आया है , और वो एक
बन्दर के 10 रुपये देगा . चूँकि गाँव में बहुत सारे
बन्दर थे इसलिए गाँव वाले तुरंत ही इस काम में
लग गए .
उस आदमी ने 10 रूपये की rate से 1000 बन्दर खरीद
लिए अब बंदरों की supply काफी घट गयी और
धीरे धीरे गाँव वालों ने बन्दर पकड़ने
का प्रयास बंद कर दिया . ऐसा होने पर उस
आदमी ने फिर घोषणा की कि अब वो 20 रूपये
में एक बन्दर खरीदेगा . ऐसा सुनते ही गाँव वाले
फिर से बंदरों को पकड़ने में लग गए .
बहुत जल्द बंदरों की संख्या इतनी घाट
गयी की लोग ये काम छोड़ अपने खेती -
बारी में लगने लगे . अब एक बन्दर के लिए 25 रुपये
दिए जाने लगे , पर उनकी तादाद इतनी कम
हो चुकी थी की पकड़ना तो दूर उन्हें देखने के
लिए भी बहुत मेहनत करनी पड़ती थी .
तब उस आदमी ने घोषणा की कि वो एक बन्दर के
50 रूपये देगा . पर इस बार उसकी जगह बन्दर
खरीदने का काम उसका assistant
करेगा क्योंकि उसे किसी ज़रूरी काम से कुछ
दिनों के लिए शहर जाना पद रहा है . उस
आदमी की गैरमौजूदगी में assistant ने गाँव
वालों से कहा कि वो पिंजड़े में बंद
बंदरों को 35 रुपये में उससे खरीद लें और जब
उसका मालिक वापस आये तो उसे 50 रुपये में बेंच दें .
फिर क्या था गाँव वाले ने
अपनी जमा पूँजी बदारों को खरीदने में
लगा दी . और उसके बाद
ना कभी वो आदमी दिखा ना ही उसका assistant,
बस चारो तरफ बन्दर ही बन्दर थे .
दोस्तों कुछ ऐसा ही होता है जब Speak Asia
जैसी company अपना business फैलाती है .
बिना ज्यादा मेहनत के जब
पैसा आता दीखता है तो अच्छे-अच्छे
लोगों की आँखें चौंधिया जाती हैं और
वो अपने तर्क सांगत दिमाग की ना सुनकर
लालच में फँस जाते हैं .
जब Speak Aisa आई थी तो मुझे भी कई लोगों ने
इस join करने के लिए कहा था , पर मैंने join
नहीं किया क्योंकि मैं उनके business model से
संतुष्ट नहीं हो पाया . और यकीन जानिये
ज्यादातर लोग संतुष्ट नहीं हो पाते , जब बहुत
आसानी से पैसा आता दीखता है
तो कहीं ना कहीं आपके अन्दर से आवाज़ आती है
कि कहीं कुछ गड़बड़ है , पर हम ये सोच के पैसे
लगा देते हैं की अगर company 6 महीने और
नहीं भागी तो भी मेरा पैसा निकल
जायेगा .
कई लोगों का पैसा निकल भी जाता है , पर
जहाँ एक आदमी को फायदा होता है वहीँ 10
लोगों का नुकसान भी होता है
यानि यदि आप अपने लाभ के लिए
किसी ऐसी company से जुड़ते हैं तो आप कई
लोगों का नुकसान भी कराते हैं . और अधिकतर
नुकसान उठाने वाले लोग आपके करीबी होते हैं .
इसलिए कभी भी ऐसे लुभावने वादों में मत आइये ;
आप पैसे तो गवाएंगे ही साथ में रिश्तों में
भी दरार पड़ जायेगी .
तो अब जब कभी कोई आपसे बिना मेहनत के
पैसा कमाने की बात करे आप उसे इस Monkey
Business की कहानी सुना दीजिये और
अपना पल्ला झाड लीजिय

आपका दोस्त,

शनिवार, 18 मार्च 2023

प्रकाश पाण्डेय जी की रचना

*🦚🎋यस हुंछ बसंत🍁💐*
न्हैगे बसंत पंचमी, होइ लै न्हैगे, 
      न्हैगो फुलदेई क फूलों क त्यार! 
ऐगे भेटोई आब् पुरि पू पकाल, 
       चेलि बेटि आलिन मैताक द्वार !! 

गाड़ाभिड़ां पन हैरौ हरियो घा, 
       गोरु बाछ् खै बेर लागि रईं उगार ! 
ग्यौं जौं बालाड़ पौषण लै रईं ,
       राड़ सरसों कि लै हैरै छ भरमार !!

बांजाक् डावां में पौव ऐ रौछ , 
        बणूँ बणूँ में फुलि रईं बुरांश हजार ! 
सम्यो गुलबनफ्स खुशबू दीणईं,
       आरु आल्पोखरै कि माया अपार !! 

आम पौंय मेहव सब फुलि रईं ,
          बनस्पतिनक् खुलि रौछ भन्डार !
सुरसुरू पौन चलण लागि रै छ,
         ना कैं बर्ख न कैं छ कच्यार !! 

गुणि बानर चाड़ पिटंग आश् में छैं, 
         पाकलि यो फसल होलि बहार ! 
नि रई कुड़ि बाड़ि बजीण गाड़ भिड़, 
       प्रकाशल् छोड़ि दी आपण घरद्वार !!
              *प्रकाश पाण्डेय* 
             *कनखल (हरद्वार)*

गुरुवार, 16 मार्च 2023

fuldeyi

फूलदेई छम्मादेई
********"****       दीवान सिंह कठायत.

धुर जंगल खिली बुरांशा
गाड़ खेतन प्योलि आल
इजुली मेरी प्योलि ले आली
बापुजी बुरांशा लाल- लाल
आरे ऋतु बहारों की
ओहो फूलदेई को त्यार
देली- देली मा फूल डालूंलो
फूलो फलो भरो भनार
नाइधोई टिक लगायो
डालि धरि मैंले फूल
संग- संग मा संगज्यू का
गयूं घर-घर डालन फूल
आमा जेड़जा काकि भौजाई
 बुबु ददा काका ओ बैणी भाई
फूलदेई छम्मादेई - फूलदेई छम्मादेई
चावल गुड़ रूपयां पाई झोली भरी हाली
गुड़ होली चहा टपकी चावलों साही बलूंन
बटुवा माजा धरि रूपयां खूब धनवान बणून.

         प्रधानाध्यापक ,राआप्रावि उडियारी, बेरीनाग.

मंगलवार, 14 मार्च 2023

फूलदेई

चारों ओर पेड़ों में फूलों से लबालब डालियां हो, फ्यूली, बुरांश,खुबानी, पुलुम, और बासिग के फूलों संग हजारी, कुनूरी, और अनगिनत फूल जवां हो, नये साल का आगमन का आगाज़ फूलों की मदहोश करने वाली खुशबू से होता हो, भंवरों की गुनगुनाहट से दिन की शुभ शुरुआत हो,हल्की ठंडी और सुकोमल सूर्य की किरणों से आलम सराबोर हो रहा हो, बचपना याद दिला जाती ये ऋतु कभी देली देली चावल और फूलों से पूजने का मौका हमे भी मिला था, हर गांव के हर घर से मंगल आसीस हमने भी पायी थी, ये अंदेशा है फूलों के त्यौहार का , संदेशा है उत्तराखंड के लोकपर्व फूलदेई पर्व की शुभकामनाएं, बुधवार 1५ मार्च २०२३.. *आपसे न्रम अनुरोध है आप पहाड रहे या प्रवास मे रहे कल फूल संक्रांति को अपनी देली को दीवाली पर्व जैसे फूलो💐🌸🌺🪷🌷🌹💐🌻🌼🌸🌸🪷🪷🌸🌸🌻🌻🌻 से संजाकर पर्वतीय लोकपर्व का संदेशा अपनी आने वाली पीढी को दे, अपने आस पडोस को भी अवगत करवाये अपनी महान लोकसंस्कृति से।
देव सती पहाडी बटोही🙏

सोमवार, 6 मार्च 2023

आब क होइ

पैलिका होय जब बनछी तब

बुरुसी को फूलों को कुमकुम मारो
डाना काना छाजि गै बसंत नारंगी!!

(आब जब होय  बनन तो शैद यास)

चारो तरफ जंगोन भणि री 
पेड पौध जलि री जंगोव हमारा
सवा पेड़ों की है र छी भरमारा
बाजे पेडों का नान नान बोटा

बूनों ले लाल है रे छी धरती हमारी
आग लागी बै धुवार फूकि री
सवा पेड़ों की है र छी भरमारा
बाजे पेडों का नान नान  बोटा

अल्ले बटि है गै पाणिक मारमारा
उनि वाल टैम मे पाणिक हाहाकारा
जल जगंल जमीन बचावों
घर बण सब झणि कुछ त जतन करा हो।

आपूं सबों के  होली की हार्दिक शुभकामनाएं
रचना- देव सती (पहाड़ी बटोही)

शनिवार, 4 मार्च 2023

सोचो साथ क्या जायेगा

🌹🌹एक व्यापारी था, वह ट्रक में चावल के बोरे लिए जा रहा था। एक बोरा खिसक कर गिर गया..

कुछ चीटियां आयीं 10-20 दाने ले गयीं, कुछ चूहे आये 100-50 ग्राम खाये और चले गये, कुछ पक्षी आये थोड़ा खाकर उड़ गये, कुछ गायें आयीं 2-3 किलो खाकर चली गयीं, एक मनुष्य आया और वह पूरा बोरा ही उठा ले गया। अन्य प्राणी पेट के लिए जीते हैं, लेकिन मनुष्य तृष्णा में जीता है। इसीलिए इसके पास सब कुछ होते हुए भी यह सर्वाधिक दुखी है।  आवश्यकता के बाद इच्छा को रोकें, अन्यथा यह अनियंत्रित बढ़ती ही जायेगी, और दुख का कारण बनेगी।🌹🌹