मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

प्रशासनिक नव वर्ष २०२०

*बैशक आज हमर कैलैंडर बदली गो
ना तो ऋतु बदल ना मौसम बदल

ना पेडोंक पत्त बदल र
ना पेडोंमे ए रो पौ 

31st मनूहू डान डानै दौडें र

ना तो ठण्ड हावक रुख बदल
फिर ले हम खुद कै बदलते जारु
क्यें कूणे य धरा हमूहू ना हम सूण पारु

जब य धरा आपूण वर्ष पूर करेलि
प्रकृति हमूहू इत्रे ईत्रे बे कोलि

नो पत्त पौ फूलोंक चूनर ओढेलि
चाढ चहचहाल पक्षी गुनगुनाल

जब धरा मे नई ऊर्जाक संचार होल 

तब समझ जया नई साल ऐगों
किलेकी तबै नो फसल कटेलि

जब फूलदेई नवरात्रि मनेलि
तबे नई सालेक सौगात मनेलि*

२०२०प्रशासनिक नव वर्ष क आपू सबू के हार्दिक शुभकामनाए 

कविता- देवेन्द्र सती
पपनैपुरी बटि

गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

काबें

[26/12, 8:52 PM] Dev Sati: प्रस्तुत छ कुमाऊनी कविता 
          
       *काबें*

मै भारतक नागरिक छु
मिके़ लड्डू द्विये हाथ चै

बिजूलि में बचूल ना 
बिल मिकें माफ चै

पेड़ में लगूल ना 
मौसम मिके साफ चै

शिकैत मे करूल ना
कारवाई जल्दी चै

बिन लिई दिये के काम नि करु
पर भ्रष्टाचार क अंत चै

घरों भ्यार दलदर खैडूल
गौ बाखई साफ चै

काम करुल ना महैणम दस दिन
मजूरी दस हजार चै

लोंन मिलो बिल्कुल सस्त
बचत पर ब्याज बढी चै

जाति क नाम पर वोट दिबैर 
अपराध मुक्त राज्य चै

खैती बाडीं करुल ना
प्याज रुपै किलों चै

कविता-देवेन्द्र सती(मस्त पहाडीं)पपनैपुरी
 Dev Sati: https://youtu.be/SHYjieeme9c