*लोक पर्व हर्याव*
हर्याव आई हर्याव आई
चौ दिशी बहार आई
भ्यार जाई घर आई
चैली बेटी मैत आई
लग्गै सोण हर्याव क त्यार आई
जी रया जाग रया बची रया
हर साल हर्याव मनूनें रया
शिव ज्यू के नवूनें रया!
**है सकल त धरतीक ऋण क*
*लिजी एक पेड जरुर लगाया* 🌳
सोण मनाया हर्याव भादों तीज त्यार
कार्तिक मनाया दिवाई फागुन उडाया गुलाल
क्वे दिल्ली क्वे मुबंई क्वे बैगलोंर रुछा
घरवाल खुशि तब हुछी जब य हर्याव घर उछिया
पैली ना डर ना चोरि सब बैखोफ छी
उतराखण्डी सभ्यता लै गजब छी
हर्याव फुलदैयी घ्यू संग्रात घुघुती याक त्यार छी
नाखेक नथूली हाथोंक पौजी महिलाओंक श्रृगार छी
*लाग हर्याव लाग दशै लाग बगवाव*
*जी रया जाग रया यो दिन महैन भेंटने रया*
*सोशल डिस्टेन्सिंग बनै बै रया*
*कोरोना हू बचबैं रया*
चाहे उतराखण्ड मे रया
या
सात समुन्दर पार रया
*जी रया जागि रया*
*जी रया जागि रया*
*य दिन य बार य मैहैण भैटनें रया*
🌼देव सती क तरफ बटि आपु सबों कैं उत्तराखण्ड लोक पर्व हर्याव की भोंत भोंत हार्दिक शुभ मंगल कामनॉए ।🌼जय भोले
जय देवभूमि
सर्वाधिकार सुरक्षित-देव सती